विधि कासलीवाल के नेतृत्व में लॅन्डमार्क फिल्म्स ने गुणवत्तापूर्ण सिनेमा के निर्माण के क्षेत्र में अपनी एक अद्भुत पहचान कायम की है। प्रोडक्शन कंपनी द्वारा निर्मित उल्लेखनीय फ़िल्मों में तीन भाषाओं में बनी शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म साथी हाथ बढ़ाना [2013], कॉर्पोरेट फ़िल्म बिल्डिंग फॉर द फ्यूचर [2013], मराठी फ़ीचर फ़िल्म सांगतो ऐका…! [2014], 22-प्रसंगों की वेब सीरीज़ मेमोयार्स ऑफ़ प्रेम रतन धन पायो [2015], मराठी फ़ीचर फ़िल्म वजनदार [2016], राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता मराठी फ़ीचर फ़िल्म रिंगण [2017], डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म दाट्स व्हाट इट्स ऑल अबाउट [2017], मराठी फ़ीचर फ़िल्म गच्ची [2017], राज्य सरकार द्वारा पुरस्कृत मराठी फ़िल्म रेडू [2018], अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सराही गयी मराठी फ़ीचर फ़िल्म पिप्सी [2018], जीवनी वृत्तचित्र विद्योदय [2018], राज्य पुरस्कार विजेता मराठी फ़ीचर फ़िल्म नशीबवान [2019] और हाल ही में रिलीज़ हुई मल्टी-स्टारर मराठी फ़िल्म मीडियम स्पाइसी [2022], जैसी कृतियों का समावेश है।
इस संस्था द्वारा निर्मित कुछ डॉक्यूमेंट्री फ़िल्में पुरस्कृत हैं, व कई शॉर्ट फ़िल्मों और मराठी फ़िल्मों को काफ़ी वाहवाही मिली है। कंपनी जल्द ही हिंदी फ़ीचर फ़िल्म और वेब सीरीज़ की दुनिया में भी क़दम रखने जा रही है। लॅन्डमार्क फिल्म्स अपने कंटेट की कलात्मकता और रचनात्मकता के लिए जाना जाता है। प्रशंसनीय है कि इस वक्त उनकी विभिन्न फ़िल्म परियोजनाओं के लिए हिंदी और मराठी की ढेरों अनुभवी प्रतिभाएं काम कर रही हैं। लॅन्डमार्क फिल्म्स लोगों की ज़िंदगी में आशा जगानेवाली फ़िल्मों के निर्माण, उम्दा किस्म की फ़िल्ममेकिंग और आला दर्जे की सर्जनशीलता के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में ज़ोर-शोर से कार्यरत है।
ऐसे में लॅन्डमार्क फिल्म्स ने मनोरंजन की दुनिया में दो दशक से भी अधिक का अनुभव रखनेवाले अनिरुद्ध नाग को अपनी युवा प्रोडक्शन हाउस में बतौर बिज़नेस हेड शामिल करने का फ़ैसला किया है। कंपनी फ़िलहाल सभी फॉर्मेट में निर्माण के लक्ष्य से कार्य कर रही है, ऐसे में अनिरुद्ध नाग की भूमिका होगी प्रोजेक्ट से जुड़ी आर्थिक चर्चाओं का संचालन, मार्केटिंग और व्यापारिक समझौतों पर ध्यान केंद्रित करना, आदि। इन सबके अलावा वे इस बूटीक कंटेट हाउस के लिए व्यवसाय और विकास संबंधी अवसर भी तलाशने के कार्यों में संलग्न होंगे।
अनिरुद्ध नाग की ख़ासियत है कि वे स्वभाव से सर्जनशील तो हैं ही, साथ ही मनोरंजन जगत को लेकर उनकी उद्योगी समझ भी काफ़ी गहरी है। वे कंटेट निर्माण के साथ-साथ दर्शकों की बदलती हुई पसंद की भी ख़ासी समझ रखते हैं। फिर चाहे बात ऐड फ़िल्म्स की हो, शॉर्ट फ़िल्मों की हो, वेब सीरीज़ की हो, फ़ीचर फ़िल्मों की हो या ऐनिमेशन फ़िल्मों की; मनोरंजन की दुनिया में उनकी समझ का कोई सानी नहीं है।
फिल्मों के लिए मार्केट रिसर्च करना, प्रोजेक्ट बनाने की संभावना का आकलन करना, फ़िल्म मार्केटिंग अभियान को लीड करना ,पैन इंडिया लेवल पर और ओवरसीज में फ़िल्में रिलीज करवाना – जैसे महत्वपूर्ण कार्य अनिरूद्ध नाग बड़ी सुगमता से साकार सकते हैं। इस सबके अलावा उन्होंने हाल में लेखन, निर्देशन और निर्माण में भी अपना हाथ आज़माया है। इससे पहले वे यूटीवी मोशन पिक्चर्स, फॉक्स स्टार स्टूडियोज़ और बी4यू इंटरनेशनल जैसे बड़े स्टूडियोज़ में वरिष्ठ पदों पर काम कर चुके हैं और उस दौरान 80 से अधिक फिल्मों को संभाल चुके हैं – जिसमें जॉली एलएलबी, नो वन किल्ड जेसिका, डेल्ही बेली, राज़ 3, जन्नत 2, बोल बच्चन, पान सिंह तोमर, देव डी, कमीने, बैंग बैंग, ए वेडनसडे जैसी कई बड़ी फ़िल्मों का शुमार रहा है।
लॅन्डमार्क फिल्म्स की संस्थापक और सीईओ विधि कासलीवाल ने अनुरुद्ध नाग का तहे दिल से स्वागत करते हुए कहा, “हमारी कोर टीम में अनुरुद्ध के जुड़ने के साथ अब हम सामरिक व सार्थक तौर पर एंटरटेनमेंट सेक्टर में विस्तार की कोशिशों में जुट गये हैं और अपने कंटेट के ज़रिए हम सुनहरे और उत्साहवर्धक भविष्य की ओर देख रहे हैं।”
लॅन्डमार्क फिल्म्स के नये बिज़नेस हेड अनिरुद्ध नाग उत्साहित हो कहते हैं, “हमेशा से मेरी यही कोशिश रही है कि संतुलित परिवेश में कलात्मक कार्य को अंजाम दूं और बड़े कॉर्पोरेट विज़न में यही बात मेरे लिए बड़ी प्रेरणादायक साबित होती रही है। ऐसे में मुझे यह बताते हुए बेहद ख़ुशी हो रही है कि अब लॅन्डमार्क फिल्म्स मेरा नया घर बन गया है। पिछले कुछ सालों में इस प्रोडक्शन हाउस ने बेजोड़ फ़िल्मों की एक बड़ी लाइब्रेरी तैयार कर ली है। ऐसे में विश्वसनीय और उम्मीद जगाने वाले कंटेट के साथ कंपनी अपने रचनात्मक विस्तार के लिए तैयार है। साझा रूप से हम ना सिर्फ़ कमर्श्यली फ़ायदेमंद फ़िल्में बनाना चाहेंगे, बल्कि हमारी कोशिश रहेगी कि हम अपनी फ़िल्मों के ज़रिए लोगों के चेहरे पर मुस्कुराहट भी ला सकें।”
लॅन्डमार्क फिल्म्स ने बिज़नेस हेड के तौर पर अनिरुद्ध नाग को किया नियुक्त